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chand khushee ke lamhen… / चंद ख़ुशी के लम्हें…

Author Name: Kalakshi Keshav Sharma | Format: Paperback | Genre : Literature & Fiction | Other Details

‘इंद्रजीत' शहर का सबसे कुख़्यात गैंगस्टर है. उससे सभी लोग डरते है. अपने सालों से खून में सने हाथो को साफ़ करने उसने अचल संपत्ति का व्यवसाय शुरू करता है. 15 साल की उम्र अपना परिवार खो देने के बाद उसका यही मकसद था कि वो शहर को अपने अधीन करे. निर्दयता, रूखेपन और अकेलेपन से भरे उसके जीवन में अब कोई रोमांच नहीं है.

'हर्षा' एक अनाड़ी, मन मौजी और खुशमिज़ाज़ लड़की है. वो उस ईमारत के पास की ईमारत में काम करती है जहाँ इंद्रजीत काम करता है. एक दिन अप्रत्याशित रूप से उसकी मुलाकात इंद्र से होती है. जिसका फ़िलहाल शौक हर चीज़ को करीने से रखना है.

कहते हैं विपरीत आकर्षित करता है. क्या ऐसा होगा? उन दोनों की मुलाकातों का क्या नतीजा निकलेगा ? क्या वो एक दूसरे के राज़ सही वक़्त पर जान पाएंगे?

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कलाक्षी केशव शर्मा

कलाक्षी केशव शर्मा हाल ही में स्नातक शिक्षा पूरी की है और एक स्नातकोत्तर विद्यार्थी है. कक्षा सातवीं में उन्होंने अपनी पहली कहानी लिखी थी. उन्हें लिखने की प्रेरणा अपनी कवयित्री माँ अरुणा शर्मा और अपने पिता कैलाश कुमार शर्मा से मिली. उनकी पहली किताब कोविड लॉकडाउन के छपी और उसके बाद से उन्हों अपनेआप को लेखन में समर्पित करने का फैसला किया .   

इस कहानी की लेखिका कलाक्षी केशव शर्मा अलग-अलग विधाओं में कहानियाँ लिखना पसंद करती है. उन्हें हमेशा से ही अपने परिवार का पूरा साथ मिला और उन्होंने इन्हे लिखने के लिए प्रोत्साहित किया. कहानी को लिखते समय उनके मन में कई तरह के विचार आते है क्योंकि वे हमेशा से ही इस दुनिया के परे की दुनिया में यकीन रखती है. उन्हें काफी कम उम्र से लिखना पसंद है वो हमेशा से सबसे अलग तरह की कहानियां सोचती और लिखती है. उम्मीद करते है उनकी ये कहानी सभी को पसंद आए क्योंकि उन कहानियों को पढ़ते समय आप ऐसी रोमांचक दुनिया में पहुँच जाते है जो आपको वास्तविकता और काल्पनिक दुनियाँ के बीच बेहतरीन संतुलन का अहसास करवाती हैं. ...

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