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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palइस संकलन में बसी हुई कविताएं, दृश्य, एवं प्रश्न जीवन के विभिन्न पहलुओं को दर्पण दिखाती हैं । वे हास्य से उदासी तक, प्यार से नफ़रत तक, मिलन से जुदाई तक, जीवन से मृत्यु तक विविध भावनाओं और मनोदशाओं को प्रतिबिंबित करती हैं । वे सामाजिक मूल्यों पर न केवल प्रकाश डालती हैं मगर अन्याय और भेदभाव पर सवाल उठाती हैं। इस प्रकाशन में दर्शाई गई भावनाओं की सूक्ष्मताएँ ज़िन्दगी रंग बिरंगी के प्रतिबिम्ब हैं ।
श्याम सुन्दर बुलुसु
चेन्नई में जन्मे श्याम सुंदर बुलुसु, प्रसिद्ध इलेक्ट्रिकल इंजीनियर स्वर्गीय श्री बुलुसु राम सोमयाजुलु (बीआरएस) और स्वर्गीय श्रीमती बुलुसु कामाक्षी के पुत्र हैं । उन्होंने चेन्नई के विवेकनन्द कॉलेज से १९६८ में B.Sc. और आंध्र विश्वविद्यालय से १९७१ में M. Sc . (Tech.) पूरा किया ।
मार्च १९७४ में, वे लखनऊ में केंद्रीय भूजल बोर्ड में शामिल हुए। लगभग ३६ साल के करियर के बाद जनवरी २०१० में उनकी सेवानिवृत्ति हुई।
सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने अंग्रेजी में पांच उपन्यास, लघु कहानियों का एक संग्रह, और कविताओं के दो संग्रह (अंग्रेजी और हिंदी) लिखे हैं। उनमें उल्लेखनीय हैं मई २०१४ में Partridge India द्वारा प्रकाशित "Dance of Life" (' Dance of Life', 'Intersections' और 'Soulmates') और अन्य शीर्षक जैसे "Embers of the pyre", "Misogynist interrupted", और “Race with terror” शामिल हैं।
उनकी विविध प्रतिभाएँ, सामाजिक-सांस्कृतिक पृष्ठभूमि, और सांसारिक अनुभव उनके कार्यों में चमकते हैं। वर्तमान में चेन्नई, तमिलनाडु में रहने वाले, श्याम सुंदर बुलुसु अपनी आगामी रचनाओं के लिए नए विषयों की खोज जारी रखते हैं।
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