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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palयह कहानी है "मुन्नी” की जिसके द्वारा एक लड़की के जीवन में आने वाले अलग अलग पहलुओं को दर्शाया गया है। जीवन में आगे बढ़ने की सीख सिखाई गई है। मुन्नी के जीवन में संघर्ष है तो उसका फ़ल भी, सुख है तो दुख भी, प्रेम है तो वेदना भी, आत्मसंदेह है तो आत्मविश्वास भी, जीवन के हर मोड़ पर आने वाली अलग अलग परिस्थितियों का सामना कैसे किया जाए, ये हमें मुन्नी की कहानी से सीखने को मिलता है पर इस कहानी का अंत क्या है? जीवन अपूर्वानुमेय है, कल क्या हो कोई नहीं जानता। ये कहानी हमें यह भी बताएगी कि किस प्रकार एक लड़की के पंख उसके सपनों को पूरा करने के लिए उड़ान भरते हैं और वहीं समाज का एक ऐसा वर्ग जिसके हांथ उन पंखों को कतरने में ज़रा भी नहीं कांपते। मानवता का एक ऐसा रूप जहां एक तरफ़ नारी के एक रूप मां दुर्गा को पूजा जाता है तो वहीं दूसरी ओर मानवता के रक्षक को भक्षक बनने में देर नहीं लगती।
शगुन तिवारी
शगुन एक भावपूर्ण और बहुमुखी प्रतिभा से सम्पन्न लेखिका होने के साथ-साथ इंजीनियरिंग की छात्रा भी हैं। उनके अधिकांश लेख सामाजिक मुद्दों पर आधारित हैं। उनके लेखों में सभी रस देखने को मिल जाते हैं। वह हमेशा कुछ नया सीखना पसंद करती हैं। उनका मानना है कि अगर आपका अंतर्मन आपको अपने लिए कुछ करने की अनुमति देता है तो बाहरी आवाज कोई मायने नहीं रखती है।
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