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labjon mein baskar / लब्जों में बसकर शायरी बन गया है वो

Author Name: Nikhil Rajesh Kamankar | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details
इस किताब में Quotes और छोटी कविताये लिखी गई है , किताब में लिखे गये किसी भी कविता या Quotes से किसी व्यक्ती का संबंध नही है . किताब में लिखी गयी सारी कविताये और Quotes काल्पनिक स्वरूप में लिखी गई है. इस किताब में लिखी गयी कुछ कविताये लेखक ने उनके चाह्तो ने बताये गये शीर्षक पर लिखी है .
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निखील राजेश कमानकर

निखील राजेश कमानकर जन्म ६ एप्रिल १९९७ में हुआ है लेखक का निवासस्थान महाराष्ट्र के नाशिक शहर में है , निखील एक मध्यम वर्गीय कुटुंब में से है , निखील कि यह पांचवी किताब है और निखील आगे भी और किताबे लिखेंगे निखील हररोज तीन या पांच कविताये लिखते है . निखील ने अभीतक १५०० कविताये और Quotes लिखे है . निखील सावी शर्मा , चेतन भगत , और आशिष बागरेचा से प्रेरित हुए है निखील का सपना है कि एक दिन वह भी इन लेखको कि तरह बेस्ट सेलिंग ऑथर बने .
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