Share this book with your friends

A DEEP SECRET Hindi / एक गहरा रहस्य हिंदी

Author Name: M. Yusuf Irfan Ansari | Format: Paperback | Genre : Young Adult Fiction | Other Details

हर कोई अपना बचपन याद करना चाहता है। क्योंकि वो बहुत खुबसूरत होता है। बचपन में हम अपने मर्जी की चाहे जो कर सकते है। कुछ भी कर सकते हैं और हम सब मजे भी बहुत करते हैं। जैसे जैसे हम बड़े होते हैं हमारी जिंदगी में समस्याएं भी बढ़ती जाती हैं। इसलिए हर कोई हमेशा अपना बचपन याद करता है। ये नॉवेल भी कुछ इसी तरह से है। एक लड़का जो अपनी जिंदगी को ख़ूबसूरती से जी रहा था के अचानक से उसकी जिंदगी में परेशानियां बढ़ती चली गई और रहस्यों का पहाड़ आ गया। बहुत सारी ऐसी चीजें जो उसे कभी बताई ही नहीं गई थी। जो के उसे पता होना चाहिए थी. बस इसी की तलाश में वो निकल जाता है। इस उपन्यास में बड़ी खुबसूरती है, उसकी जिंदगी के सारे बदलावों को और उसकी जिंदगी में कितने सारे राज हैं, उन्हें कैसे ढूंढता है ये सारी चीजें हैं। इसके साथ ही मनोरंजन, थ्रिलर, फाइटिंग और जासूसी भी है। जिससे ये नॉवेल और भी ज्यादा अच्छी और लोगो के मन को भा जाने वाली नॉवेल बन जाती है। मुझे उम्मीद है आप इसे जरूर पसंद करेंगे।

Read More...
Paperback

Delivery

Item is available at

Enter pincode for exact delivery dates

एम. यूसुफ इरफान अनसारी

मैं एम. यूसुफ इरफान अंसारी हूं. मुझे १० साल की उम्र से ही लिखने का बड़ा शोख था। मैं हर दिन कुछ न कुछ लिखा करता था। जैसे कोई कहानी या कोई शायरी। लोगो को मेरी कहानियां बोहोत पसंद आती थी। मेरे पेरेंट्स और टीचर्स को भी। जिससे मुझे और भी ज्यादा हौसला मिलता था। लिखने के शोक की वजह से मैने सोचा की मेरी बुक भी पब्लिश होनी चाहिए। ताकि पता चले के लोगो को मेरी कहानियां कैसी लगती है। फिर बोहोत ज्यादा रिसर्च करके मुझे नोशन प्रेस के बारे में पता चला। मैं बोहोत खुश हूं की ऐसी भी कंपनी अभी तक है जो लोगो को अपनी खूबियों को निखारने का मौका देती है। फिर मैने लोगो को समझने की कोशी किया तो मुझे पता चला की हर कोई डिप्रेस है। यहां हर चौथा इंसान डिप्रेशन का शिकार है। तो क्यों न इसपर बुक लिखी जाए और लोगो को बताया जाए की डिप्रेशन से कैसे निकले। फिर मैने इसके उपर बोहोत रिसर्च किया और फिर मैने बुक लिखा। बुक का नाम "द डिप्रेशन माइंड एंड हेल्थ प्रॉब्लम्स" है। जो के मैने "नोशन प्रेस" के जरिए पब्लिश किया। इसी तरह मेरी जिंदगी की पहली बुक मैने १७ साल की उम्र में पब्लिश किया। मुझे काफी खुशी मिली। फिर मैने सोचा अब एक नॉवेल भी पब्लिश करना चाहिए। आज १८ साल की उम्र में मै अपनी दूसरी बुक को पब्लिश कर रहा हूं। क्योंकि अब मुझे रुकना नही है। मुझे पूरे दुनिया का नंबर वन राइटर बनना है।

Read More...

Achievements