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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palलेखक एक 22-वर्षीय योद्धा हैं, जो अपनी शारीरिक, मानसिक, और आत्मिक निर्बलताओं को मिटाने के लिए किसी भी वस्तु, विषय, अथवा कर्म का त्याग या स्वीकार कर सकते हैं। The author is a 22-year-old warrior who can give up or accept any object, subject, or action to overcome his physical, mental, and spiritual weaknesses.Read More...
लेखक एक 22-वर्षीय योद्धा हैं, जो अपनी शारीरिक, मानसिक, और आत्मिक निर्बलताओं को मिटाने के लिए किसी भी वस्तु, विषय, अथवा कर्म का त्याग या स्वीकार कर सकते हैं।
The author is a 22-year-old warrior who can give up or accept any object, subject, or action to overcome his physical, mental, and spiritual weaknesses.
Read Less...Achievements
प्रकृति
ने हमें जन्म देकर,हमारा पालन पोषण किया
झूठी परम्पराओं
ने अंधविश्वास को क़ायम रखा
दूषित शिक्षा
और समाज ने हमें ग़ुलाम बनाया
पूँजी
प्रकृति
ने हमें जन्म देकर,हमारा पालन पोषण किया
झूठी परम्पराओं
ने अंधविश्वास को क़ायम रखा
दूषित शिक्षा
और समाज ने हमें ग़ुलाम बनाया
पूँजीवादियों
ने हमें और अधिक के लिए भूखा बनाया
अध्यात्म
ने एक ऐसी चीज़ दी,जिस पर हम सच में भरोशा कर सकते हैं
प्रकृति
ने हमें जन्म देकर,हमारा पालन पोषण किया
झूठी परम्पराओं
ने अंधविश्वास को क़ायम रखा
दूषित शिक्षा
और समाज ने हमें ग़ुलाम बनाया
पूँजी
प्रकृति
ने हमें जन्म देकर,हमारा पालन पोषण किया
झूठी परम्पराओं
ने अंधविश्वास को क़ायम रखा
दूषित शिक्षा
और समाज ने हमें ग़ुलाम बनाया
पूँजीवादियों
ने हमें और अधिक के लिए भूखा बनाया
अध्यात्म
ने एक ऐसी चीज़ दी,जिस पर हम सच में भरोशा कर सकते हैं
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